एक घने जंगल में चार गाय रहती थीं! Cow story in Hindi वो आपस में बहुत ही अच्छी दोस्त थीं! वो सब हमेशा साथ में ही चारा खाने जाया करती थीं!
The Cow story in Hindi
इसके अलावा वो जहाँ भी जाती थीं, साथ में ही जाती थीं! ऐसी थी उनकी मित्रता! उन
चारों की एकता के कारण ही, जंगल का कोई भी मांसाहारी जानवर, उनके आस पास फटकने तक की हिम्मत
नहीं कर पाता था!काफी समय से, एक खूंखार शेर की नजर, इन चारों गायों पर थी! वो चाहता था की कैसे भी
करके, इन चारों गायों को अपना शिकार बनाया जाए, और इनके नरम मांस को खाया जाए! पर जब भी उस
शेर ने उन गायों को अपना शिकार बनाने की कोशिश की, उन चारों ने एकता की शक्ति से, उस नरभक्षी शेर
को वहां से भागने पर मजबूर कर दिया!कई दिनों बाद, उन चारों गायों में, आपस में ही, एक बड़ा झगड़ा हुआ!
चारों ने आपस में बात भी करना बंद कर दिया! और चारों गायें अलग अलग दिशाओं में चली गयीं! शेर ने उन
सब को अलग अलग होते हुए, ऊँचे पहाड़ से देख लिया था! उसे मौका मिल गया था अपना शिकार करने का!
उसने एक एक करके, सभी गायों पर हमला किया, और उन्हें खा गया!
दोस्तों! हमें Cow story in Hindi कहानी से शिक्षा मिलती है की, एकता में ही शक्ति होती है! एकजुट होकर, कमजोर से
कमजोर प्राणी भी, बड़े से बड़े ताकतवर प्राणी का सामना कर उसे हरा सकते हैं! अतः सदैव एकजुट होकर ही रहना चाहिए!
गाय की कहानी गाय दूध नहीं देती
एक छोटी-सी कहानी के माध्यम से *जीवन का रहस्य* समझते है।
एक किसान हमेशा अपने बच्चों से, जब वे छोटे थे कहा करता था:- “जब आप सभी 12 वर्ष की आयु तक पहुँचेंगे, तो मैं आपको जीवन का रहस्य बताऊँगा।”
किसान को ऐसा कहते-कहते कुछ साल बीत गए और उसका बड़ा बेटा एक दिन जब 12 वर्ष का हुआ, तो उसने उत्सुकता से अपने पिता से पूछा कि “जीवन का रहस्य क्या है?”
पिता ने बड़े ही धीरज से उत्तर दिया कि “वह उसे यह रहस्य बताने जा रहा है, लेकिन उसकी एक शर्त है कि वह इसे अपने भाइयों के सामने प्रकट न करे।”
यह कहते हुए वह उसे रहस्य बताने लगे कि “गाय दूध नहीं देती” यह सुनते ही उसका बेटा बड़ा ही आश्चर्यचकित हो गया और अविश्वसनीय रूप से उनसे कहने लगा कि “आप यह क्या कह रहे हैं?”
किसान कहने लगा कि “हाँ, तुम ने सही सुना। गाय दूध नहीं देती, उसे दूध देना पड़ता है और उसके लिए आपको सुबह 4 बजे उठना पड़ता है, खेत में जाना पड़ता है, खाद से भरे बाड़े से चलना पड़ता है, पूंछ बाँधनी पडती है, गाय को पैरों से पकड़ना पड़ता है, स्टूल पर बैठना पड़ता है, बाल्टी रखनी पडती है और सब काम खुद करना पडता है, तब जाकर दूध मिलता है।
*यही है जीवन का रहस्य*, गाय दूध नहीं देती। उसके लिए हमको मेहनत करनी पड़ती है।”
इस जमाने में एक ऐसी पीढ़ी भी है, जो सोचती है कि गाय दूध देती है और जीवन में चीजें स्वचालित और स्वतंत्र हैं। उनकी मानसिकता यह है कि अगर “मैं चाहता हूँ, मैं पूछता हूँ… मुझे मिलता है।” मतलब कि “वे जो कुछ भी चाहते हैं, वे सब, वह आसान तरीके से प्राप्त करने के आदी हो गए हैं … लेकिन नहीं, यह सच नहीं है। जीवन चाहने, मांगने और प्राप्त करने का विषय नहीं है। जो चीजें प्राप्त होती हैं, वह एक व्यक्ति द्वारा किए गए प्रयास का परिणाम है।
हमें जीवन में हर मिलने वाली खुशी प्रयास का परिणाम है। प्रयास की कमी निराशा पैदा करती है। तो हमें अपने बच्चों के साथ, छोटी उम्र से ही, जीवन का रहस्य साझा करना चाहिए। ताकि वे इस मानसिकता के साथ बड़े नहीं हो कि सरकार, या उनके माता-पिता, या उनके प्यारे मासूम छोटे चेहरे, उन्हें जीवन में उनकी जरूरत की हर चीज दे रहे हैं।
हर चीज उन्हें उनके प्रयास से प्राप्त होती है।
*याद रखना: “गाय दूध नहीं देती। इसके लिए मेहनत करनी पड़ती है…!”*
*”निश्चित सफलता प्राप्ति के लिए तीव्र तड़प, उचित साधन और गम्भीर प्रयास की जरूरत होती है।”*
गौ माता से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी ।
- गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनंदपूर्वक चैन की सांस लेती है । वहां वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं ।
- गौ माता में तैंतीस कोटी देवी देवताओं का वास है ।
- जिस जगह गौ माता खुशी से रभांने लगे उस देवी देवता पुष्प वर्षा करते हैं ।
- गौ माता के गले में घंटी जरूर बांधे ; गाय के गले में बंधी घंटी बजने से गौ आरती होती है ।
- जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है ।
- गौ माता के खुर्र में नागदेवता का वास होता है । जहां गौ माता विचरण करती है उस जगह सांप बिच्छू नहीं आते ।
- गौ माता के गोबर में लक्ष्मी जी का वास होता है ।
- गौ माता के मुत्र में गंगाजी का वास होता है ।
- गौ माता के गोबर से बने उपलों का रोजाना घर दूकान मंदिर परिसरों पर धुप करने से वातावरण शुद्ध होता है सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
- गौ माता के एक आंख में सुर्य व दूसरी आंख में चन्द्र देव का वास होता है ।
- गाय इस धरती पर साक्षात देवता है ।
- गौ माता अन्नपूर्णा देवी है कामधेनु है । मनोकामना पूर्ण करने वाली है ।
- गौ माता के दुध मे सुवर्ण तत्व पाया जाता है जो रोगों की क्षमता को कम करता है।
- गौ माता की पूंछ में हनुमानजी का वास होता है । किसी व्यक्ति को बुरी नजर हो जाये तो गौ माता की पूंछ से झाड़ा लगाने से नजर उतर जाती है ।
- गौ माता की पीठ पर एक उभरा हुआ कुबड़ होता है । उस कुबड़ में सूर्य केतु नाड़ी होती है । रोजाना सुबह आधा घंटा गौ माता की कुबड़ में हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है ।
- गौ माता का दूध अमृत है।
- गौ माता धर्म की धुरी है। गौ माता के बिना धर्म कि कल्पना नहीं की जा सकती ।
- गौ माता जगत जननी है।
- गौ माता पृथ्वी का रूप है।
- गौ माता सर्वो देवमयी सर्वोवेदमयी है । गौ माता के बिना देवों वेदों की पूजा अधुरी है ।
- एक गौ माता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटी देवी देवताओं को भोग लग जाता है ।
- गौ माता से ही मनुष्यों के गौत्र की स्थापना हुई है ।
- गौ माता चौदह रत्नों में एक रत्न है ।
- गौ माता साक्षात् मां भवानी का रूप है ।
- गौ माता के पंचगव्य के बिना पूजा पाठ हवन सफल नहीं होते हैं ।
- गौ माता के दूध घी मख्खन दही गोबर गोमुत्र से बने पंचगव्य हजारों रोगों की दवा है । इसके सेवन से असाध्य रोग मिट जाते हैं ।
- गौ माता को घर पर रखकर सेवा करने वाला सुखी आध्यात्मिक जीवन जीता है । उनकी अकाल मृत्यु नहीं होती ।
- तन मन धन से जो मनुष्य गौ सेवा करता है । वो वैतरणी गौ माता की पुछ पकड कर पार करता है। उन्हें गौ लोकधाम में वास मिलता है ।
- गौ माता के गोबर से ईंधन तैयार होता है ।
- गौ माता सभी देवी देवताओं मनुष्यों की आराध्य है; इष्ट देव है ।
- साकेत स्वर्ग इन्द्र लोक से भी उच्चा गौ लोक धाम है।
- गौ माता के बिना संसार की रचना अधुरी है ।
- गौ माता में दिव्य शक्तियां होने से संसार का संतुलन बना रहता है ।
- गाय माता के गौवंशो से भूमि को जोत कर की गई खेती सर्वश्रेष्ट खेती होती है ।
- गौ माता जीवन भर दुध पिलाने वाली माता है । गौ माता को जननी से भी उच्चा दर्जा दिया गया है ।
- जहां गौ माता निवास करती है वह स्थान तीर्थ धाम बन जाता है ।
- गौ माता कि सेवा परिक्रमा करने से सभी तीर्थो के पुण्यों का लाभ मिलता है ।
- जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो तो वो व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौ माता को जीभ से चटाये गौ माता की जीभ हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है ।
- गौ माता के चारो चरणों के बीच से निकल कर परिक्रमा करने से इंसान भय मुक्त हो जाता है ।
- गाय माता आनंदपूर्वक सासें लेती है; छोडती है । वहां से नकारात्मक ऊर्जा भाग जाती है और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है जिससे वातावरण शुद्ध होता है ।
- गौ माता के गर्भ से ही महान विद्वान धर्म रक्षक गौ कर्ण जी महाराज पैदा हुए थे ।
- जब गौ माता बछड़े को जन्म देती तब पहला दूध बांझ स्त्री को पिलाने से उनका बांझपन मिट जाता है ।
- स्वस्थ गौ माता का गौ मूत्र को रोजाना दो तोला सात पट कपड़े में छानकर सेवन करने से सारे रोग मिट जाते हैं ।
- गौ माता वात्सल्य भरी निगाहों से जिसे भी देखती है उनके ऊपर गौकृपा हो जाती है ।
- गाय इस संसार का प्राण है ।
- काली गाय की पूजा करने से नौ ग्रह शांत रहते हैं । जो ध्यानपूर्वक धर्म के साथ गौ पूजन करता है उनको शत्रु दोषों से छुटकारा मिलता है ।
- गाय धार्मिक ; आर्थिक ; सांस्कृतिक व अध्यात्मिक दृष्टि से सर्वगुण संपन्न है ।
- गाय एक चलता फिरता मंदिर है । हमारे सनातन धर्म में तैंतीस कोटि देवी देवता है । हम रोजाना तैंतीस कोटि देवी देवताओं के मंदिर जा कर उनके दर्शन नहीं कर सकते पर गौ माता के दर्शन से सभी देवी देवताओं के दर्शन हो जाते हैं ।
- कोई भी शुभ कार्य अटका हुआ हो बार बार प्रयत्न करने पर भी सफल नहीं हो रहा हो तो गौ माता के कान में कहिये रूका हुआ काम बन जायेगा ।
- जो व्यक्ति मोक्ष गौ लोक धाम चाहता हो उसे गौ व्रती बनना चाहिए ।
- गौ माता सर्व सुखों की दातार है ।
गौ माता की सेवा के लिए ही इस धरा पर देवी देवताओं ने अवतार लिये हैं ।हे मां आप अनंत ! आपके गुण अनंत ! इतना मुझमें सामर्थ्य नहीं कि मैं आपके गुणों का बखान कर सकूं
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